कोरोना संकट गहराया: पंजाब के 401 सैम्पलों में से 81% में मिला UK वाला वैरिएंट; राजस्थान के बाद पंजाब सरकार ने सभी को वैक्सीन देने की मांग की
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चंडीगढ़/जयपुर7 मिनट पहले
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देश में कोरोना की दूसरी लहर के बीच पंजाब से डराने वाली खबर आई है। पंजाब से जीनाम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए 401 सैम्पलों में 81% में ब्रिटेन में पाए गए कोरोना वैरिएंट की पुष्टि हुई है। माना जा रहा है कि राज्य में अचानक से बढ़े कोरोना के मामलों की यही वजह से है।
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के सलाहकार रवील ठुकराल ने कहा कि CM इससे काफी चिंतित हैं, क्योंकि यह वैरिएंट ज्यादातर युवाओं को प्रभावत कर रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि वैक्सीनेशन प्रोग्राम में 60 से कम उम्र के लोगों को भी शामिल किया जाए। इससे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी केंद्र सरकार से सभी को वैक्सीन देने का सुझाव दिया था।
पंजाब में लगातार 6वें दिन 2 हजार से ज्यादा केस आए
राज्य में पिछले 6 दिन रोजाना 6 हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। यहां सोमवार को 2,299 लोग कोरोना संक्रमित मिले और 1,870 मरीज ठीक हुए और 58 की मौत हो गई। राज्य में अब तक 2.15 लाख लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 1.90 लाख मरीज ठीक हो चुके हैं, जबकि 6,382 संक्रमितों ने जान गंवाई है। अभी 18,628 मरीजों का इलाज चल रहा है।
गहलोत ने भी वैक्सीनेशन का दायरा बढ़ाने का सुझाव दिया
गहलोत ने बेंगलुरु के डॉ. देवी शेट्टी की सलाह का उदाहरण देते हुए कहा, ‘डॉ. शेट्टी की यह राय उचित लगती है कि 24 से 45 साल के लोगों को भी जल्द वैक्सीन दी जानी चाहिए, क्योंकि ये लोग अपने काम से घरों से बाहर रहते हैं और सुपर स्प्रेडर बन सकते हैं। भारत के पास बड़ी संख्या में वैक्सीन उत्पादन की क्षमता भी उपलब्ध है जिसका इस्तेमाल होना चाहिए।’
गहलोत ने केंद्र से मांगी पर्याप्त वैक्सीन
गहलोत ने केंद्र सरकार से पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन भेजने की की मांग करते हुए वैक्सीनेशन में एज ग्रुप की लिमिट हटाकर सभी को टीका लगाने का सुझाव दिया। उन्होंने लिखा, ‘देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में अधिक से अधिक वैक्सीनेशन से ही जनता कोरोना से सुरक्षित हो सकेगी।’
उन्होंने कहा कि अगर कोरोना की दूसरी लहर पर काबू नहीं पाया जा सका, तो हमें फिर से लॉकडाउन की ओर जाना पड़ेगा, जो आम आदमी की आजीविका के लिए बहुत ज्यादा घातक हो सकता है।
डॉ. शेट्टी ने लॉकडाउन के फायदे को खारिज किया
कार्डियक सर्जन डॉ. शेट्टी कहते हैं कि पहले लॉकडाउन से देश को बदतर हालात से बचा लिया गया, लेकिन अब उस विकल्प को फिर चुनने से कोई फायदा नहीं होगा। दूसरा लॉकडाउन कोई नई तैयारी का मौका लेकर नहीं आएगा और जब दोबारा लॉकडाउन खुलेगा, तब वायरस हमला करने के लिए तैयार बैठा होगा।
उन्होंने कहा कि यदि हम युद्ध स्तर पर वैक्सीनेशन प्रोग्राम चलाएं और 20 से 45 साल के लोगों को भी डोज दें, तो अगले 6 महीने में कोरोना पर बहुत हद तक अंकुश लगाया जा सकता है। यही आयु वर्ग है, जो सबसे ज्यादा संक्रमण को फैला रहा है।