पॉलिटिक्स में सेलेब्स: रजनीकांत से लेकर राजेश खन्ना तक, कोई 26 दिन तो कोई 4 साल, कम समय के लिए ही राजनीति में टिक पाए ये सितारे
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7 मिनट पहले
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दक्षिण के सुपर स्टार रजनीकांत का राजनीति में आने का सपना अधूरा ही रह गया। 70 साल के रजनी ने खराब सेहत की वजह से चुनावी राजनीति में नहीं आने का फैसला किया है। 3 दिसंबर को रजनीकांत ने कहा था कि वे नई पार्टी बनाएंगे और 2021 का विधानसभा चुनाव भी लड़ेंगे।

31 दिसंबर को नई पार्टी का ऐलान किया जाएगा। लेकिन ऐसा हो ना सका और 26 दिन के अंदर ही उन्होंने राजनीति छोड़ दी। वैसे, उनसे पहले भी कई फिल्मी सितारे हैं जिन्होंने राजनीति में जोर-शोर से एंट्री तो की लेकिन फिर जल्द ही इससे दूर भी हो गए। आइए नजर डालते हैं आखिर कौन हैं ये सितारे…
राजेश खन्ना

बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना भी राजनीति में आने का मोह नहीं छोड़ पाए थे। यही वजह है कि 1992 में उन्होंने कांग्रेस पार्टी की तरफ दिल्ली सीट पर चुनाव लड़ा था और जीत भी गए थे। चार साल तक राजनीति में सक्रिय रहने के बाद उन्होंने 1996 में इसे छोड़ दिया था।
अमिताभ बच्चन

1984 में एक्टिंग से ब्रेक लेकर बिग बी ने इलाहाबाद से लोक सभा चुनाव लड़े और जीत भी गए लेकिन बोफोर्स घोटाले में नाम सामने के बाद उन्होंने रिजाइन दे दिया और फिर कभी राजनीति में ना जाने की कसम खा ली।
शेखर सुमन

2009 में कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करने वाले शेखर सुमन ने 3 साल में ही राजनीति को अलविदा कह दिया। इस दौरान उन्होंने पटना साहिब से शत्रुघ्न सिन्हा के विरुद्ध चुनाव लड़ा था हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
गोविंदा

गोविंदा भी अपने एक्टिंग करियर को दरकिनार कर राजनीति में कूदने की गलती कर चुके हैं। 2004 में कांग्रेस पार्टी की ओर से लोकसभा चुनाव लड़ा और मुंबई में जीत भी हासिल की लेकिन चार साल के भीतर ही गोविंदा का मोहभंग हो गया। डूबते फिल्मी करियर को बचाने के लिए गोविंदा को राजनीति छोड़नी पड़ गई।
अर्शी खान

बिग बॉस 14 में नजर आ रहीं अर्शी खान ने इसी साल फरवरी में कांग्रेस पार्टी से छह महीने के अंदर ही रिजाइन कर दिया था। उन्होंने इसके पीछे तर्क दिया था कि अपने प्रोफेशनल कमिटमेंट्स के चलते वह पॉलिटिक्स पर उतना फोकस नहीं कर पा रहीं जितना उन्हें करना चाहिए।